नारायणप्रसाद बास्ताेला
माल्सिरी गीत
जय देवी भैरवी गोरखनाथ हे
दर्शन देओन भवानी हे
खडखड खप्परु, त्रिशूल, कर्दरे
डिमी डिमी डम्बरु बजाइय ...
घँघरा घँघरू धमैरा बजे है
बाजा बजेन है नौमती
काली चोलयाँ पहेँली फरयाँ
चुलठी फँुदा सुहाइय ...
हा हा हा देवी उत्पन्न भए है
जनम दिए कैलासमा
कैले हा देवी माल मधेश
कैले हा देवी मालय ...
हरक हरक आओन दुर्गा
सिंह चढीचढी आइए..
अक्षेतापाती धूपबाती
सेवा लेऊ रमाइय ...
विशासय भोग पर्सी लेऊ देवी
प्रसन्न हवस् तमुकालिका
जय देवी कालिका अम्बिका माता
असुरा मारौला चण्डिका
हा हा हा ज्वाला न हे नि माता
त्रिलोक सुधारे नि
ज्योति जगमग चौबिस देवी
चौखण्डी, जोगिनी साथ हे
काली अम्बिका अम्बर भरिपूर्ण भए है
सेतो अम्बर छाइए ...
श्रीगणेश पूजा नलिए वैनी
चन्द्रवदन मृग लोचन
– पूवी नेपालको ओखलढुङ्गा जिल्ला अन्तर्गत कुइभिरमा प्रचलित दुर्गा पूजा गर्दा गाइने माल्सिरी गीत